सास-ससुर की पिटाई करने वाली बहू ने पंचायत मुखिया को फंसाने की रची साजिश, बदनाम करने का खेल उजागर
पलामू: सगालीम पंचायत का सास-बहू
विवाद अब पंचायत मुखिया तक पहुंच गया है. सास-ससुर की पिटाई करने वाली बहू रीता
देवी ने अब पंचायत मुखिया को ही झूठे आरोपों में फंसाने की कोशिश शुरू कर दी है. जानकारी
के अनुसार, परसिया स्थित पीरी
मोड़ की रहने वाली जसोदा देवी को कुछ
दिन पहले उनकी बहू रीता देवी ने बुरी तरह पीट दिया था. मामला पंचायत तक
पहुंचा और मुखिया सुनील कुमार प्रजापति ने ग्रामीणों के साथ बैठक कर रीता देवी को
डांट-फटकार लगाते हुए समझाया कि वह सास-ससुर के साथ अच्छा व्यवहार करें और परिवार
में सौहार्द बनाकर रखें. लेकिन
इसके बाद से ही रीता देवी मुखिया से नाराज हो गईं. ग्रामीणों का कहना है कि इसी
नाराजगी में उन्होंने मुखिया को बदनाम करने के लिए आवास
योजना में पैसे की वसूली और गड़बड़ी का आरोप लगाया है. मुखिया सुनील कुमार
प्रजापति ने आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा: “पंचायत
में किसी भी लाभुक से एक रुपया तक वसूला नहीं गया है. जिस मकान को लेकर महिला
हंगामा कर रही है, वह
उसका नहीं है. उल्टा रीता देवी खुद आलीशान पक्का मकान बना रही हैं, जिसे गांव का हर कोई देख सकता है.” पंचायत
सचिव स्वयंवर मेहता ने भी साफ किया कि रीता देवी का नाम आवास सूची में है, लेकिन फंड की कमी के कारण पैसा अभी तक
उनके खाते में नहीं आया है. जैसे ही फंड आएगा, राशि सीधे खाते में जाएगी. प्रखंड से आई जांच
टीम ने भी कहा कि आवास योजना अबुआ
स्टेट के अधीन संचालित है, इसलिए पंचायत स्तर पर किसी भी प्रकार की गड़बड़ी संभव ही नहीं
है. गांव के लोगों का
कहना है कि यह सब चुनावी रंजिश और निजी
नाराजगी का परिणाम है. ग्रामीणों ने यह भी कहा कि— “जो
बहू अपने ही सास-ससुर को पीट सकती है, वह पंचायत मुखिया को फंसाने में भी पीछे नहीं हट सकती.” इस
पूरे घटनाक्रम ने गांव की राजनीति और
सामाजिक माहौल को गर्मा दिया है. लोग पंचायत की साख और महिला की हरकत,
दोनों पर चर्चा कर रहे हैं.