झारखंड पुलिस रिपोर्ट जुलाई 2025: सड़क सुरक्षा, नक्सल अभियान और साइबर अपराध पर सख्त कार्रवाई

झारखंड पुलिस ने जुलाई 2025 में सड़क सुरक्षा, नक्सल अभियान, साइबर अपराध नियंत्रण और संगठित अपराधों पर बड़ी उपलब्धियां दर्ज कीं. राज्य पुलिस महानिदेशक और पुलिस महानिरीक्षक के नेतृत्व में पुलिस बल लगातार क़ानून-व्यवस्था को मजबूत करने और अपराध मुक्त समाज के निर्माण की दिशा में सक्रिय है. यह रिपोर्ट राज्य में सुरक्षा व्यवस्था, अपराध नियंत्रण और जन-जागरूकता की झलक प्रस्तुत करती है.

🚦 सड़क सुरक्षा अभियान: जनता में जागरूकता और सख्त कार्रवाई

जुलाई 2025 के दौरान झारखंड पुलिस ने सड़क सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया.

  • 94,823 लोगों को जागरूक किया गया, जिनमें छात्र-छात्राएं, ड्राइवर और आम नागरिक शामिल थे.
  • 267 पुलिस अधिकारियों/कर्मियों को First Aid Kit का प्रशिक्षण दिया गया ताकि दुर्घटना स्थल पर तुरंत सहायता उपलब्ध हो सके.
  • 288 पुलिस कर्मियों के मोबाइल में GPS Map Camera Lite App इंस्टॉल किया गया, जिससे रीयल-टाइम निगरानी और दुर्घटनाओं की लोकेशन ट्रैकिंग आसान हुई.
  • 1284 पुलिस अधिकारियों को eDAR/iRAD प्लेटफॉर्म पर प्रशिक्षण दिया गया, जिससे सड़क दुर्घटनाओं का डिजिटल रिकॉर्ड और बेहतर विश्लेषण संभव हुआ.

MV Act के तहत की गई कार्रवाई:

  • 1.21 लाख से अधिक लोगों पर बिना हेलमेट गाड़ी चलाने का जुर्माना.
  • 2499 लोगों पर बिना ड्राइविंग लाइसेंस गाड़ी चलाने की कार्रवाई.
  • 2515 चालकों पर स्पीडिंग के लिए कार्रवाई.
  • 2093 लोगों पर पिलियन राइडर हेलमेट न पहनने के मामले में चालान.

➡️ जुलाई 2025 में सड़क दुर्घटनाओं में 280 लोगों की मौत हुई, जिसमें रांची (39), हजारीबाग (28), सरायकेला (26), दुमका (21) और गिरिडीह (19) सबसे प्रभावित जिले रहे.

 नक्सल अभियान: पुलिस का कड़ा प्रहार

जुलाई 2025 का महीना नक्सल उन्मूलन की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण रहा.

  • पुलिस ने 10 हथियार बरामद किए जिनमें 2 AK-47, 2 इंसास रायफल और 1 SLR शामिल थे.
  • 35 लाख से अधिक लेवी राशि और 18,020 डेटोनेटर बरामद किए गए.
  • 28 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया.
  • 5 लाख का इनामी नक्सली लवलेश गंझू ने लातेहार में आत्मसमर्पण किया.
  • चाईबासा जिले में अभियान के दौरान पुलिस ने जमीन के अंदर दबे हुए 34.99 लाख रुपये बरामद किए.
  • पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 4 कुख्यात नक्सली मारे गए, जिनमें माओवादी संगठन का ईनामी नेता कुंवर मांझी भी शामिल था.

➡️ यह कार्रवाई साफ़ दिखाती है कि झारखंड पुलिस नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए कितनी सख्ती से काम कर रही है.

 साइबर अपराध पर शिकंजा

डिजिटल अपराध पर भी झारखंड पुलिस ने बड़ी सफलता दर्ज की.

  • 108 साइबर अपराध मामले दर्ज हुए.
  • 38 अपराधी गिरफ्तार, जिनके पास से 78 मोबाइल, 97 सिम कार्ड, 24 ATM कार्ड, लैपटॉप और नकद राशि जब्त की गई.
  • 2.19 करोड़ रुपये फ्रीज किए गए और 32 लाख रुपये से अधिक पीड़ितों को वापस दिलाए गए.
  • प्रतिबिंब ऐप के माध्यम से साइबर अपराध की रोकथाम में सफलता, जिसमें 11 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया.

➡️ NCRP हेल्पलाइन (1930) पर 2073 शिकायतें दर्ज हुईं, जो साइबर अपराध से निपटने में जनता के बढ़ते विश्वास को दर्शाती हैं.

 अपराध नियंत्रण और विशेष अभियान

जुलाई 2025 में झारखंड पुलिस ने कई बड़े आपराधिक मामलों का सफलतापूर्वक उद्भेदन किया.

  • 7298 वारंट निष्पादित और 2333 गिरफ्तारियां हुईं.
  • 171 वाहन, 82 हथियार और 354 गोलियां जब्त की गईं.
  • पलामू: डोडा तस्करी के 8 आरोपी, 3 क्विंटल माल और 33 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार.
  • बोकारो: 34 लाख की लूट का उद्भेदन, 3 आरोपी गिरफ्तार.
  • चतरा: 23 किलो अफीम बरामद और 2 आरोपी गिरफ्तार.
  • साहेबगंज: 14 नाबालिग लड़कियों को मानव तस्करी से मुक्त कराया गया.
  • पाकुड़: जाली नोट छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश.
  • गुमला: ब्राउन शुगर और अवैध शराब के साथ कई अपराधी गिरफ्तार.
  • रांची: स्कूली छात्रा का अपहरण करने वाले गिरोह का भंडाफोड़.

 महिला अपराध पर कार्रवाई

  • ITSSO सिस्टम के तहत 60 दिनों में 278 कांडों का निष्पादन.
  • महिला और बच्चों से जुड़े अपराधों पर पुलिस की तेजी से कार्रवाई ने राज्य में सुरक्षा का भरोसा बढ़ाया.

 निष्कर्ष

झारखंड पुलिस की जुलाई 2025 की यह रिपोर्ट दिखाती है कि राज्य में सड़क सुरक्षा, नक्सलवाद उन्मूलन, साइबर अपराध नियंत्रण और संगठित अपराधों पर कड़ा शिकंजा कसा जा रहा है.
लगातार चल रहे अभियानों और सख्त कानून प्रवर्तन से यह साफ़ है कि पुलिस अपराध मुक्त और सुरक्षित झारखंड बनाने की दिशा में दृढ़ संकल्पित है.