लोहरदगा जिले के सदर प्रखंड मुख्यालय सहित सभी प्रखंड मुख्यालयों में भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को राज्य सरकार के खिलाफ आक्रोश प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन जिला अध्यक्ष मनीर उरांव के नेतृत्व में किया गया. प्रदर्शन का मुख्य कारण सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ता सूर्या हांसदा के एनकाउंटर की CBI जांच कराने की मांग और रिम्स-2 के नाम पर आदिवासी रैयतों से छीनी जा रही जमीन को वापस दिलाने का था.

प्रदर्शन के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने हाथों में तख्ती और बैनर लेकर सरकार के खिलाफ विरोध जताया. प्रदर्शन के बाद अंचलाधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारी को राज्यपाल के नाम ज्ञापन पत्र सौंपा गया.

बीजेपी जिला अध्यक्ष मनीर उरांव ने कहा कि राज्य सरकार संवेदनहीन, भ्रष्ट और निकम्मी है. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है और संघर्षशील समाजसेवकों की नृशंस हत्या बिना कारण की जा रही है. उन्होंने कहा कि हाल ही में संथाल परगना के एक प्रसिद्ध सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ता को पुलिस ने एनकाउंटर दिखाकर हत्या कर दी, और सरकार इस मामले में लीपापोती में लगी हुई है.

मनीर उरांव ने यह भी कहा कि राज्य में आदिवासी रैयतों की खेतिहर जमीन को रिम्स-2 के नाम पर उजाड़ने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने चेताया कि रोज हत्याएं हो रही हैं और बहन-बेटियों की सुरक्षा भी खतरे में है.

बीजेपी ने इस आंदोलन के माध्यम से राज्य सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास किया और कहा कि आदिवासी समाज और किसानों के हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है.

प्रदर्शन के दौरान जिला और प्रखंड स्तर के बीजेपी पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे. प्रदर्शन ने राज्य सरकार की नीतियों और कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए प्रशासन और सरकार के लिए चुनौती पेश कर दी है.