हजारीबाग.: शहर के चर्चित हीराबाग जमीन घोटाला मामले में पूर्व DC और IAS अधिकारी विनय चौबे की रिमांड अवधि पूरी हो गई है. शनिवार को उन्हें एसीबी कोर्ट में पेश किया गया, जहां मेडिकल कारणों को देखते हुए अदालत ने उन्हें दोबारा रांची स्थित RIMS भेजने का आदेश दिया.

मेडिकल ग्राउंड पर पूछताछ

चार दिन की रिमांड के दौरान पुलिस अधिकारियों ने उनसे मेडिकल ग्राउंड पर रांची में ही पूछताछ की. बताया जा रहा है कि विनय चौबे गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं. उनके अधिवक्ता शंकर बनर्जी ने अदालत में बताया कि उनके शरीर में अत्यधिक प्रोटीन बनने से सूजन की समस्या उत्पन्न हो रही है.

मेडिकल बोर्ड की जांच

पेशी से पहले उन्हें स्ट्रेचर पर लाकर हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जांच कराई गई. तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड

·         डॉ. अंगराज सुभाष

·         डॉ. अभिषेक कुमार

·         डॉ. सोमा उरांव

ने उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया. मौके पर सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार, प्रभारी सुपरिंटेंडेंट डॉ. सुभाष प्रसाद और जेल अस्पताल के चिकित्सक डॉ. राहुल कुमार सिंह भी मौजूद रहे.

कोर्ट में केस डायरी भी जमा

अदालत में शनिवार को इस मामले की केस डायरी भी अनुसंधानक द्वारा समर्पित कर दी गई. अब विनय चौबे की जमानत याचिका पर सुनवाई 10 सितंबर को तय की गई है.

दूसरा आरोपी भी रिम्स में

गौरतलब है कि इस मामले में तत्कालीन जिला भू-अर्जन पदाधिकारी विनोद चंद्र झा भी आरोपी हैं. वे भी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण पुलिस कस्टडी में RIMS में भर्ती हैं.

आरोप क्या है?

विनय चौबे और अन्य अधिकारियों पर आरोप है कि हीराबाग दीपू गढ़ा स्थित 2.75 एकड़ खास महल की जमीन को गलत तरीके से 23 लोगों के नाम निबंधित कराया गया. एसीबी ने इस पूरे मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए कई अहम दस्तावेज कोर्ट में पेश किए हैं.