हजारीबाग.: शहर में ट्रैफिक पुलिस की कार्यप्रणाली लोगों के लिए बड़ी समस्या बनती जा रही है. चाहे शहरवासी हों या ग्रामीण इलाकों से आने वाले लोग, सभी ट्रैफिक व्यवस्था से परेशान हैं.

भारतीय जनता पार्टी हजारीबाग के जिला महामंत्री सह वरीय अधिवक्ता सुमन कुमार ने इस मुद्दे पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार की उदासीनता के कारण जहां शहर की सड़कें जर्जर हो गई हैं, वहीं ट्रैफिक पुलिस की मनमानी ने जनता की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं.

सुमन कुमार ने आरोप लगाया कि पुलिस बिना चेतावनी दिए वाहनों की तस्वीरें खींच रही है और अचानक चालान भेज दिया जाता है. कई बार लोगों को यह भी पता नहीं होता कि उनका चालान क्यों काटा गया. आम आदमी जो घर से सब्जी लेने भी निकलता है, उसे भी भारी जुर्माना देना पड़ रहा है.

उन्होंने कहा कि हेलमेट और अन्य नियमों की आड़ में शरीफ लोगों को परेशान किया जा रहा है, जबकि असली अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं. सुमन कुमार ने स्पष्ट कहा कि सिर्फ चालान काटना किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता.

उन्होंने हजारीबाग प्रशासन से अपील की कि पुलिस का रवैया सुधारा जाए और लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाया जाए. उनका कहना है कि ट्रैफिक नियमों का पालन जरूरी है, लेकिन तरीका सकारात्मक और जनहित में होना चाहिए.

फिलहाल, हजारीबाग में ट्रैफिक पुलिस की इस कार्रवाई से जनता में नाराजगी बढ़ रही है और पुलिस-जनता के बीच भरोसा कमजोर पड़ रहा है.